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प्राकृतिक और आयुर्वेदिक रूप से मधुमेह को कैसे रोक सकते है?
मधुमेह जिसे डायबिटीज और शूगर की बीमारी के नाम से भी जाना जाता है। शायद ही कोई ऐसा हो जिसने इस बीमारी के बारे में ना सुना हो। क्योंकि यह बीमारी आज कल बेहद आम हो चुकी है। यह बीमारी हर उम्र के लोगों को अपना शिकार बना रही है। चाहे फिर वो बच्चा हो, बुजुर्ग हो या फिर युवा। इस बीमारी का एक मुख्य कारण आनुवंशिक हो सकता है। यानि की अगर आपके परिवार में किसी को यह बीमारी है, तो आपको भी यह बीमारी होने की संभावना कई गुणा बढ़ जाती है। वहीं इस बीमारी का दूसरा मुख्य कारण हमारा खराब खान-पान और हमारी खराब जीवनशैली है। जब शरीर में इंसुलिन का उत्पादन जरूरत से ज्यादा या फिर कम होने लगे तो मधुमेह होने की संभावना बढ़ जाती है। इन्सुलिन की बात करें, तो यह एक तरह का हार्मोन होता है। जो शरीर के अंदर पाचन ग्रंथि द्वारा बनाया जाता है। इन्सुलिन का मुख्य काम भोजन को उर्जा में तबदील करना है। मधुमेह के रोग से भी छुटकारा पाना संभव है। आप अपने खान-पान और जीवनशैली में सुधार करके इस समस्या को दूर कर सकते है। वहीं प्राकृतिक रूप से मधुमेह ठीक करना भी संभव है। हालांकि इसी के साथ बाजार में मधुमेह के लिए अनेकों तरह की दवाइयां भी उपलब्ध है, जोकि मधुमेह की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करती है। हालांकि अक्सर यह सवाह उठता है, कि कैसे आयुर्वेदिक रूप से मधुमेह को रोके? तो आपको बता दें कि आयुर्वेदिक रूप से मधुमेह को रोकना भी संभव है।
प्राकृतिक और आयुर्वेदिक रूप से मधुमेह को कैसे रोक सकते है?
मधुमेह की समस्या से जूझ रहे लोगों को अपने खान-पान में ध्यान देने की बेहद जरूरत है। क्योंकि इस समस्या का एक मुख्य कारण हमारा खान-पान भी है। जो भी लोग मधुमेह की समस्या से जूझ रहे है, तो घबराइए मत। इस समस्या का समाधान भी है। अगर आपका भी शूगर लेवल जरूरत से ज्यादा बढ़ता या फिर घटता है, तो इसे नियत्रिंत करना संभव है। आप प्राकृतिक रूप से मधुमेह ठीक कर सकते है। इसके लिए आपको अपनी जीवनशैली में कुछ चीजों को अपनाने की जरूरत है। प्राकृतिक रूप से मधुमेह ठीक करने के लिए निम्नलिखित चीजों को अपनी जीनवशैली करें:
- कार्बोहाइड्रेट्स का कम सेवन करें
कार्बोहाइड्रेट्स का जितना हो सके उतना कम सेवन करें। क्योंकि प्राकृतिक रूप से मधुमेह ठीक करने का यह सबसे बढ़िया तरीका है। जिन भी खाद्य पदार्थों में कार्बोहाइड्रेट्स की अधिक मात्रा पाई जाती है। उनका सेवन कम से कम करें। क्योंकि कार्बोहाइड्रेट्स की अधिक मात्रा मधुमेह के रोग का एक मुख्य कारण है। इसलिए अगर आप भी प्राकृतिक रूप से मधुमेह ठीक करना चाहते है,तो कार्बोहाइड्रेट्स से युक्त पदार्थों जैसे कि चावल, इत्यादि का सेवन ना करें।
- शराब और धूम्रपान का सेवन ना करें
अत्यधिक शराब और धम्रपान का सेवन भी मधुमेह का एक कारण हो सकता है। इसलिए अगर आप इस बीमारी से छुटकारा पाना चाहते है, तो आपको इन चीजों से दूरी बनाकर रखनी पड़ेगी। क्योंकि प्राकृतिक रूप से मधुमेह ठीक करने का यह एक बहुत बढ़िया ज़रिया है।
- नियमित रूप से व्यायाम करना
प्राकृतिक रूप से मधुमेह ठीक करने में नियमित रूप से व्यायाम करना भी शामिल है। क्योंकि व्यायाम हमारे संपूर्ण शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। व्यायाम हमारे शरीर में मौजदू चर्बी की मात्रा को कम करने में मदद करता है। इसी के साथ व्यायाम से शरीर में मौजूद एकस्ट्रा कैलोरी भी खत्म हो जाती है। इसलिए अगर आप भी प्राकृतिक रूप से मधुमेह ठीक करना चाहते है, तो अपनी जीवनशैली में नियमित रूप से व्यायाम करने की आदत अपनाएं।
- पौष्टिक तत्वों का सेवन करें
हमारा खान-पान भी मधुमेह के रोग को प्रभावित कर सकता है। क्योंकि खराब खान-पान जैसे की तली हुई चीजों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना इत्यादि भी हमारी सेहत को प्रभावित करती है। इसलिए जितना हो सके पौष्टिक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें। क्योंकि प्राकृतिक रूप से मधुमेह ठीक करने का यह सब से बढ़िया तरीका है।
- अधिक पानी पियें
दिन में कम से कम दो लीटर पानी पियें। क्योंकि शरीर जितना ज्यादा हाइड्रेटेड रहेगा हमारा पाचन तंत्र भी उतने ही बेहतर ढंग से कार्य कर पाएगा। जिसका हमारे रक्त शर्करा और इंसुलिन के स्तर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए जितना ज्यादा हो सके पेय पदार्थ जैसे कि नारियल पानी, कॉफी. ग्रीन टी इत्यादि का सेवन करें। क्योंकि प्राकृतिक रूप से मधुमेह ठीक करने का यह बहुत अच्छा तरीका है।
आयुर्वेदिक रूप से मधुमेह को रोके?
आयुर्वेदिक रूप से हम लगभग हर बीमारी को ठीक कर सकते है। ठीक उसी प्रकार आयुर्वेदिक रूप मधुमेह को रोकना भी संभव है। आयुर्वेद का प्रयोग करने से हमारे शरीर पर कोई दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ता। आयुर्वेद हमारी मधुमेह की समस्या को जड़ समेत ठीक कर सकता है। आयुर्वेद रूप से मधुमेह को रोकने के तरीके तो प्राचीन काल से इस्तेमाल किए जा रहे है। तो आयुर्वेदिक रूप से मधुमेह रोकने के उपाय नीचे दिए गए है:
- आंवले का चूर्ण
आयुर्वेदिक रूप से मधुमेह को रोकने लिए आंवले के चूर्ण का प्रयोग करना एक बहुत अच्छा ज़रिया माना जाता है। क्योंकि आंवले में ऐसे कई पोषक तत्व पाए जाते है। जोकि मेटाबोल्जिम को बढ़ाने में मदद करते है। इसी के साथ यह विटामिन सी और कई एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है, जोकि मधुमेह के स्तर को नियत्रिंत करने में मदद कर सकता है। इसलिए मधुमेह को नियत्रिंत करने के लिए आंवले के चूर्ण का सेवन करें।
- मेथी के दानों का चूर्ण
मधुमेह के स्तर को कम करने में मेथी के दाने काफी मददगार साबित हो सकते है। इसलिए मेथी के दानों का चूर्ण बनाकर उपयोग करें। अगर आप भी आयुर्वेदिक रूप से मधुमेह को रोकना चाहते है, तो इसे अपनी जीवनशैली में शामिल करें।
- दालचीनी चूर्ण
आयुर्वेदिक रूप से मधुमेह को रोकने का एक बहुत बढ़िया ज़रिया दालचीनी भी है। जी हां, दालचीनी का प्रयोग भी सदियों से होता आया है। इसमें ऐसे कई तत्व पाए जाते है, जोकि मधुमेह के स्तर को नियत्रिंत रखने में मदद कर सकते है।
- जामुन के बीजों का चूर्ण
जामुन खाने में जितने स्वादिष्ट होते है, उतने ही सेहत के लिए फायदेमंद भी। खासतौर पर मधुमेह की समस्या से जूझ रहे लोगों के लिए। इसके लिए जामुन के बीजों को अच्छे से धो कर सुखा लें। उसे बाद इन बीजों से चूर्ण तैयार कर लें। जिसके बाद रोजाना खाली पेट गर्म पानी के साथ इन बीजों का सेवन करें। आयुर्वेदिक रूप से मधुमेह को रोकने का यह एक बढ़िया तरीका है।
- सहजन का चूर्ण
सहजन के फल,फूल, डंठल और पत्ते सभी में आयुर्वेदिक गुण होते है, जोकि मधुमेह के स्तर को कम करने में मदद करते है। इसलिए इनका चूर्ण बनाकर प्रयोग करें। यह आयुर्वेदिक तरीका आपकी मधुमेह की समस्या को निश्चय ही ठीक कर सकता है।
निष्कर्ष:
आज के समय में मधुमेह की समस्या बेहद आम हो चुकी है। यह बीमारी हर उम्र के लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रही है। लेकिन घबराने वाली बात नहीं है, क्योंकि अगर कोई समस्या है, तो उसका उपाय भी निश्चय ही होगा। ठीक उसी प्रकार मधुमेह की समस्या का समाधान भी है। मधुमेह के लिए बहुत सी दवाइयां है, जिनका सेवन करने की सलाह डॉक्टर देते है। लेकिन इसी के साथ आप प्राकृतिक रूप से मधुमेह ठीक कर सकते है, साथ ही साथ आयुर्वेदिक रूप से मधुमेह को रोकना भी संभव है। लेकिन इन उपायों को प्रयोग करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। उसके बाद ही इनका प्रयोग करें।
मधुमेह क्या है?
जब शरीर में पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन की मात्रा का उत्पादन नहीं हो पाता तो मधुमेह की बीमारी का खतरा बन जाता है।
बिना दवा के मैं अपने मधुमेह से कैसे छुटकारा पा सकता हूँ?
अपने खान-पान और अपनी जीवनशैली में सुधार करके आप मधुमेह से छुटकारा पा सकते है। इसके लिए तली हुई चीजों का त्याग कर, पोष्टिक भोजन का सेवन करें। क्योंकि हमारा खान-पान हमारे मधुमेह को प्रभावित करता है।
प्राकृतिक रूप से मधुमेह ठीक करना?
प्राकृतिक रूप से मधुमेह ठीक करने के लिए आप निम्नलिखित चीजों को अपनी जीवनशैली में शामिल कर सकते है:
- कार्बोहाइड्रेट्स युक्त पदार्थों का कम से कम सेवन करें।
- नियमित रूप से व्यायाम करें।
- शराब और धूम्रपान के सेवन से बचें।
- पोष्टिक तत्वों से भरपूर भोजन खाएं।
- अधिक पानी पियें।
आयुर्वेदिक रूप से मधुमेह को रोके?
आयुर्वेदिक रूप से मधुमेह को रोकने के उपाय निम्नलिखित है:
- आंवले का चूर्ण
- दालचीनी का चूर्ण
- मेथीदाने का चूर्ण
- सहजन के फूलों का चूर्ण
- जामुन के बीजों का चूर्ण
क्या चावल से शूगर बढ़ती है?
जी हां, चावल के सेवन से शूगर का स्तर बढ़ जाता है, क्योंकि चावलों में कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा अधिक पाई जाती है, जोकि शूगर के स्तर को बढ़ा सकता है।
Frequently Asked Questions
- मधुमेह क्या है?
जब शरीर में पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन की मात्रा का उत्पादन नहीं हो पाता तो मधुमेह की बीमारी का खतरा बन जाता है।
- बिना दवा के मैं अपने मधुमेह से कैसे छुटकारा पा सकता हूँ?
अपने खान-पान और अपनी जीवनशैली में सुधार करके आप मधुमेह से छुटकारा पा सकते है। इसके लिए तली हुई चीजों का त्याग कर, पोष्टिक भोजन का सेवन करें। क्योंकि हमारा खान-पान हमारे मधुमेह को प्रभावित करता है।
- प्राकृतिक रूप से मधुमेह ठीक करना?
प्राकृतिक रूप से मधुमेह ठीक करने के लिए आप निम्नलिखित चीजों को अपनी जीवनशैली में शामिल कर सकते है: कार्बोहाइड्रेट्स युक्त पदार्थों का कम से कम सेवन करें। नियमित रूप से व्यायाम करें। शराब और धूम्रपान के सेवन से बचें। पोष्टिक तत्वों से भरपूर भोजन खाएं। अधिक पानी पियें।
- आयुर्वेदिक रूप से मधुमेह को रोके?
आयुर्वेदिक रूप से मधुमेह को रोकने के उपाय निम्नलिखित है: आंवले का चूर्ण दालचीनी का चूर्ण मेथीदाने का चूर्ण सहजन के फूलों का चूर्ण जामुन के बीजों का चूर्ण
- क्या चावल से शूगर बढ़ती है?
जी हां, चावल के सेवन से शूगर का स्तर बढ़ जाता है, क्योंकि चावलों में कार्बोहाइड्रेट्स की मात्रा अधिक पाई जाती है, जोकि शूगर के स्तर को बढ़ा सकता है।
Vanita
AuthorVanita is a Hindi medical content writer working for NIRVASA Digital Health Clinic. She has been diligently writing on various health related issues catered to by NIRVASA.2023 nirvasa.com